लाल किले से मोदी जी का मिशन 2047: ‘दाम कम दम ज्यादा’ से समृद्ध, सशक्त और स्वाभिमानी भारत की ओर

लाल किले से मोदी जी का मिशन 2047: ‘दाम कम दम ज्यादा’ से समृद्ध, सशक्त और स्वाभिमानी भारत की ओर

नई दिल्ली 15 अगस्त 2025 स्वतंत्रता दिवस की शुभ आरंभ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए केवल बीते वर्षों की उपलब्धियां का लेखा-जोखा ही नहीं दिया, बल्कि आने वाले दशक का विजन भी स्पष्ट रूप से सामने रखा दिया ।

इस वर्ष का भाषण सिर्फ एक औपचारिक संबोधन नहीं था यह भारत की भविष्य की रूपरेखा आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की घोषणा थी और इसकी की टैगलाइन बनी: “दाम कम दाम ज्यादा”

‘दाम कम दम ज्यादा’ सिर्फ एक नारा नहीं रणनीति है :

प्रधानमंत्री ने ऐलान किया कि भारत अब उसे दौर मैं प्रवेश कर चुका है, जहां हम दुनिया को दिखा सकते हैं कि कैसे कम लागत में उच्च गुणवत्ता का निर्माण संभव है । इलेक्ट्रॉनिक से लेकर जेट इंजन एवं EV बैटरी तक, भारत अब मेक इन इंडिया 2.0 के तहत वैश्विक बाजार में एक निर्णायक भूमिका निभाने के लिए तैयार है ।

“भारत भारत अब दूसरों के पीछे नहीं आगे चलने वाला देश बनेगा हम ‘दाम कम,दाम ज्यादा’ के साथ दुनिया को चुनौती देने जा रहे हैं” — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी

‘वोकल फॉर लोकल’ की सटीक परिभाषा

मोदी जी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ का विस्तार करते हुए कहा कि अब यह सिर्फ स्वदेशी खरीदने का अभियान नहीं, बल्कि ग्लोबल ब्रांड बनाने का मिशन है । छोटे व्यापारियों से लेकर स्टार्टअप तक हर भारतीय निर्माता को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने की दिशा में यह सरकार प्रतिबद्ध है ।

किसानों को दी आश्वासन की ‘लोहे की दीवार’

प्रधानमंत्री ने अमेरिकी टैरिफ के संदर्भ में कहा कि विदेशी नीतियां किसानों के हितों के विरुद्ध नहीं जाने दी जाएगी । उन्होंने स्पष्ट किया :

“देश के किसानों, मछुआरों और पशुपालकों के सामने कोई संकट आए, तो मोदी एक दीवार बनकर खड़ा रहेगा ।”

सरकार फर्टिलाइजर से लेकर बीज और निर्यात तक , हर स्तर पर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की नीतियों पर कार्य कर रही है ।

ऊंचाइयों की ओर भारत : अंतरिक्ष स्टेशन और सेमीकंडक्टर मिशन

नरेंद्र मोदी जी ने गर्व के साथ बताया कि भारत का खुद का अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है । साथ ही सेमीकंडक्टर निर्माण जैसे अत्याधुनिक क्षेत्र में भारत अब सिर्फ उपभोक्ता नहीं, बल्कि निर्माता बनने जा रहा है ।

भविष्य का भारत : समृद्ध, सशक्त और स्वाभिमानी भारत

इस भाषण में कोई लोकलुभावन वादे नहीं थे – बल्कि ठोस योजनाएं स्पष्ट विजन और मजबूत इरादों की झलक थी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने ‘सशक्त भारत’, ‘समृद्ध भारत’ और ‘स्वाभिमानी भारत’ का आवाहन किया, जिसमें हर नागरिक की भागीदारी जरूरी है ।

निष्कर्ष :

15 अगस्त 2025 का भाषण केवल स्वतंत्रता का उत्सव नहीं, आत्मनिर्भरता की अगले चरण की शुरुआत है । ‘दाम कम दम ज्यादा’ अब सिर्फ एक नारा नहीं भारत की वैश्विक पहचान बनने जा रहा है ।

लेखक: प्रिया योगभारती

स्रोत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का लाल किला भाषण, 15 अगस्त 2025

 

 

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